Income Tax Notice: बैंक , म्यूचुअल फंड , ब्रोकरेज हाउस और प्रॉपर्टी रजिस्ट्रार के पास अगर आप बड़े कैश ट्रांजेक्शन करते हैं , तो उन्हें आयकर विभाग की इसकी सूचना देनी होती है। ऐसी जगहों पर अगर आप बड़ी कैश ट्रांजेक्शन करेंगे तो आयकर विभाग का नोटिस आ सकता है और आपसे पैसों के स्रोत के बारे में पूछा जा सकता है। Income Tax Notice: वैसे तो अधिकतर लोग कैश में ट्रांजेक्शन करना सबसे आसान मानते हैं , लेकिन बड़े कैश ट्रांजेक्शन करने पर आयकर विभाग आपसे सवाल कर सकता है। बहुत सारी ऐसी ट्रांजैक्शन होती हैं , जिन पर इनकम टैक्स की नजर रहती है। बैंक , म्यूचुअल फंड , ब्रोकरेज हाउस और प्रॉपर्टी रजिस्ट्रार के पास अगर आप बड़े कैश ट्रांजेक्शन करते हैं , तो उन्हें आयकर विभाग की इसकी सूचना देनी होती है। आइए जानते हैं ऐसी ही 5 ट्रांजेक्शन के बारे में , जो आपको दिक्कत में डाल सकती हैं। 1- एफडी में कैश डिपॉजिट अगर आप एफडी में अधिक मात्रा में पैसे कैश के जरिए जमा करते हैं तो बैंक को इसकी सूचना आयकर विभाग को देनी होती है। एक साल में अगर आप एक बार या एक से अधिक बार में एफडी में 10 लाख रुपये या उससे अधिक जमा करते...
नया ITR-3 फॉर्म FY 2024-25 के लिए जारी – सभी Taxpayers को जानना ज़रूरी Income Tax Department ने Financial Year 2024-25 (Assessment Year 2025-26) के लिए नया ITR-3 फॉर्म जारी कर दिया है। यह फॉर्म उन individuals और Hindu Undivided Families (HUFs) के लिए होता है जिनकी आय Business या Profession से होती है, और जो Presumptive Taxation Scheme का विकल्प नहीं चुनते हैं। इस बार कई बदलाव शामिल किए गए हैं, जिनका उद्देश्य Return Filing को सटीक, सरल और तकनीकी रूप से अपडेटेड बनाना है। 1. Assets और Liabilities की Reporting का Threshold ₹50 लाख से बढ़कर ₹1 करोड़ पहले क्या था: यदि आपकी Taxable Income ₹50 लाख से ज़्यादा होती थी, तो आपको अपनी Net Worth दिखानी होती थी — यानी कि आपने कितनी संपत्ति अर्जित की है (जैसे – मकान, ज़मीन, गहने, वाहन) और कितनी देनदारी है (लोन, उधार इत्यादि)। यह जानकारी Balance Sheet में दी जाती थी। अब क्या हुआ: FY 2024-25 से यह सीमा ₹1 करोड़ कर दी गई है। यानी अब सिर्फ उन्हें ही अपनी Assets और Liabilities की जानकार...